Wednesday 20 May 2015

"मंत्रीजी सुनिए "


भारत  का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश आज तक अपने प्रदेश की जनता को बुनियादी सुविधाएं देने में   असमर्थ रहा है। कानून व्यवस्था का तो जैसे नामोनिशान नहीं है। इस प्रदेश में ,बिजली ,पानी सड़क ,सुरक्षा आज भी यहां से नदारद लगते है। प्रदेश की जनता मायावती जी के काम काज के तौर तरीकों से नाराज़ थी। 
             जिस वजह से उसने सत्ता परिवर्तन की ठानी और समाजवादी पार्टी को समर्थन दिया और युवा मुख्यमंत्री का चुनाव किया। कि युवा मुख्यमंत्री जी प्रदेश की हालत को सुधारने पर ध्यान देंगे ,लेकिन मंत्री जी की कई अहम फैसलों को उनके अपनी ही पार्टी के नेता जी नहीं मानते है ,और मंत्री जी को फैसला बदलना पड़ता है ,बिजली ,पानी ,सड़क ,सुरक्षा तो जैसे नदारद ही है इस प्रदेश से ,उस पर से अपराधियों का खौफ अलग रहता है। 
                     उत्तर प्रदेश में हमेशा कुछ कुछ ऐसी घटना घटती है जो इस प्रदेश की किरकिरी करवाता है,कभी मुज़फ्फरनगर में दंगे हुए जिससे हज़ारों लोग बेघर हुए,कितने ही लोगों की जाने गयी ,दंगो को शांत करने के बजाय प्रदेश के एक दर्ज़न से अधिक मंत्री स्टडी टूर के नाम पर विदेश भ्रमण को भेज दिए गए ,यहा  भी प्रदेश की सरकार का रवैया पक्षपात पूर्ण रहा अपने मंत्रियो के खिलाफ कोई सख्त कार्यवाही नहीं की गयी। कभी गन्ना किसानों  का आक्रोश देखने को मिलता है ,तो कभी सपाइयों का डॉकटरों के साथ हाथापाई ,इस तरह की घटना से कानून व्यवस्था पर उंगली उठना तो लाज़िमी है। कई मामलों  में लगता है मंत्री जी के अपने ही लोग उन्हें प्रदेश की काम करने में रुकावटे पैदा करते है। 
                     मुख्यमंत्री जी जनता सत्ता सौपती काम करने के लिए ना  कि  सेफैइ में महोत्सव मनाने के लिए एक तरफ आपके प्रदेश की जनता सर्द रातो में खुले आसमान में सोने को मजबूर होती  है ,और आप अपने अरबों  रूपए एक महोत्सव मनाने  में खर्च कर देते है ,जनता की बुनियादी सुविधाओं को पूरा कीजिए मंत्री जी नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब आपके पास सत्ता ही रहे   जिस जनता ने आपको अर्श से फर्श पर बिठाया है ,उसे देर नहीं लगेगी आपको ज़मीन पर पटकने में इसलिए वक़्त रहते संभल जाइये और जनता की भावनाओ और उसकी जरुरतो को समझिए। साथ ही समय -समय पर अपने नेताओ को संवेदनशीलता का पाठ  भी पढ़ाइये ये नहीं की जो उनके मन में आये बक दे ,
                     वक़्त रहते इस तरह की कुछ बातो पर जरूर ध्यान दीजिए नहीं तो जो जनता सत्ता देना जानती है वो छीनना भी बखूबी जानती हैं।